किसान - मजदूर आंदोलन के समर्थन में झारखंड के नागरिक समाज, जन संगठनों और सामाजिक संगठनों द्वारा 18 अप्रैल को जमशेदपुर और 19 अप्रैल को रांची के खूंटी में किसानों के महापंचायत का आयोजन किया जाएगा. उनमें संयुक्त किसान मोर्चा के राकेश टिकैत, प्रो. दर्शनपाल सिंह, गुमनाम सिंह चढूनी, बलवीर सिंह राजेवाल और अखिल भारतीय किसान सभा (एआइकेएस) से जुड़े किसान नेता शामिल होंगे.

रांची व खूंटी के कार्यक्रमों के लिए विनोद कुमार की अध्यक्षता मे संपन्न विभिन्न जन संगठनों, सिविल सोसाइटी और समाजिक संगठनों की एक बैठक 4 अप्रैल को सामाजिक कार्यकर्ता दयामणि के कार्यालय में हुई बैइक में लिया गया. बैठक में यह भी तय किया गया कि 18 अप्रैल को जमशेदपुर में कार्यक्रम के बाद 19 अप्रैल को रांची मे संयुक्त किसान मोर्चा के नेता रांची के प्रबुद्ध नागरिकों के साथ एक बैठक कर जनविरोधी तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को और तेज करने के लिए झारखंड में कैसे एक व्यापक मोर्चा बनाया जाये, इस पर चर्चा करेंगे.

किसान नेता एकजुटता मंच द्वारा रांची प्रेस क्लब में 19 अप्रैल को आयोजित एक प्रेस वार्ता को भी संबोधित करेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा खूंटी में आयोजित किसान पंचायत में भी इन किसान नेताओं की भागीदारी होगी. खूंटी किसान पंचायत किये जाने का निर्णय इसलिए लिया गया है कि पिछली भाजपा सरकार के समय खूंटी के किसानों पर अनगिनत जुल्म ढाये गए और पत्थलगडी के नाम पर सैकड़ों किसानों पर झूठा मुकदमा दायर कर आदिवासी और दूसरे गरीब किसानों का दमन किया गया.

इसके अलावा खूंटी की पहचान आदिवासी विशिष्टता, किसान विद्रोह व उलगुलान के नायक शहीद बिरसा मुंडा के नेतृत्व मे हुए आंदोलन की धरती के चलते भी है. इसलिए किसान पंचायत के लिए इससे उपयुक्त दुसरी जगह नही हो सकती है. बैठक में सामाजिक कार्यकर्ता दयामनी बारला, राकेश रफीक, वरिष्ठ पत्रकार व लेखक विनोद कुमार, अशोक वर्मा, राजेश यादव, सीटू के प्रकाश विप्लव, एक्टू के भुवनेश्वर केवट, एआइवाइएफ के अजय सिंह, एआइकेएस के प्रफुल्ल लिंडा, आदिवासी अधिकार मंच के सुखनाथ लोहरा, सुशांत मुखर्जी, संदीप सांगा और बुधन लाल मुंडा शामिल थे. कार्यक्रम की तैयारी के लिए वाहिनी धारा के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी राकेश रफीक भी लखनउ से यहां आये थे और बैठक में मौजूद थे.

इस महापंचायत के संबंध में दीपक रंजीत के नेतृत्व में एक टीम दो दिन पहले जमशेदपुर से रांची आकर मुख्यमंत्री से मिली और उन्हें जानकारी दी.

दयामनी बारला, संयोजक, किसान - मजदूर एकजुटता मंच, रांची, द्वारा जारी प्रेस विज्ञपित के आधार पर