झारखंडी बुद्धिजीवी व साहित्यकार रोज केरकेट्टा के नेतृत्व में खड़िया समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल गत 25 मई को झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुरमू से मिला और उनसे सीएनटी,एसपीटी कानूनों में किये जा रहे संशोधनों को रद्द करने की मांग की. प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को एक 17 सूत्री मांग पत्र भी सौंपा जिसमें सबर खड़िया समुदाय की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए उनके लिए तत्काल कदम उठाने का अनुरोध किया गया. अन्य मांगे शिक्षा संस्कृति, पलायन, नियुक्ति आदि से संबंधित है.
खड़िया समुदाय झारखंड के सिमडेगा, गुमला, रांची, पूर्वी सिंहभूम जिलों में बहुलता से रहती है. इनके तीन प्रमुख समुदाय हैं— दूध खड़िया, डेलकी खड़िया और सबर खड़िया. दूध खड़िया समुदाय की शैक्षणिक स्थिति थोड़ी अच्छी है लेकिन अन्य दो समुदायों की स्थिति दयनीय होती जा रही है.
यह जानकारी वंदना टेटे द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है.