जमशेदपुर, पिछले दिनों राँची के युवा पत्रकार एवं जन आंदोलनों में लगातार संघर्षरत समाजकर्मी अमित टोपनो की निर्मम हत्या कर दिया गया. इसके विरोध में झारखंड जनतांत्रिक महासभा ने 17 दिसंबर को जमशेदपुर के अम्बेडकर चौक, डिमना से तिलकामांझी चौक तक मौन जुलूस निकाला गया.

इस दौरान महासभा के दीपक रंजीत ने कहा कि अमित टोपनो पत्रकारिता के क्षेत्र में तेजी से उभरता हुआ एक झारखण्डी युवा था. जिसने पत्थलगड़ी आंदोलन के दौरान कई वीडियो बनाया था. इसका अचानक हत्या से लगता है कि कहीं ना कहीं इनकी हत्या पत्थलगड़ी से जुड़ा हुआ प्रतीत होता है.

सुनील हेम्ब्रम ने कहा कि रघुवर सरकार में आम जनों के ऊपर खतरा बढ़ा है. झारखण्डी आमजनों का जान और जमीन का कोई गारंटी नहीं रहा है.

अनूप महतो ने कहा कि अमित टोपनो की हत्या काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. हमलोग इस सरकार से मांग करते हैं कि अमित टोपनो के हत्या का निष्पक्ष और त्वरित जांच हो. दोषियों को अविलंब गिरफ्तारी की सरकार गारंटी करे.

मौन जुलूस में मुख्यरूप से लक्ष्मी पूर्ती, रुम्पा, रूपा, कंका महतो, पूर्णिमा महतो, संजय सिंह, केशव प्रामाणिक, ललन प्रशाद, कृष्णा महतो, किशन सोरेन, शराबन सोरेन, छोटू सोरेन, दिकू मुर्मू, सोमाय सोरेन, शिवा मार्डी, अंकुर महतो, राजकिशोर महतो, संदीप महतो, शतरघुन प्रामाणिक, राकेश महतो, सुरेंदर टुडू, देवदीप महतो आदि लोग उपस्थित थे.