रांची से प्रकाशित सभी प्रमुख अखबारों ने मुस्लिम बहुल हिंदपीढ़ी को बदनाम करने की मंशा से झूठी और मनगढंत खबर प्रकाशित की है। इसका सारा समाज खंडन करता है। यह मानव मूल्यों, संवैधानिक मूल्यों और पत्रकारीय मूल्यो के विरुद्ध है। यदि रांची नगर निगम के कर्मचारियों पर थूकने वाली बात आरोप नहीं हक़ीक़त है, तो इसके सबूत सार्वजनिक किए जाएं।

बिंदुवार ये मांग है:

  1. ये कथित घटना कितने बजे की है और कहां पर की है, स्पष्ट किया जाए।

  2. कितने कर्मचारी उस समय घटना स्थल पर तैनात थे, इसका ब्यौरा दिया जाए।

  3. आज कल हर किसी के पास मोबाइल हुआ करता है, गर लोग दुर्व्यवहार कर रहे थे (जैसा आरोप है) तो उसका वीडियो या फ़ोटो क्यों नहीं लिया गया।

  4. प्रशासन ने हिंदपीढ़ी में हर जगह पुलिस तैनात किए हैं, तब पुलिसकर्मी क्या कर रहे थे। कर्मचारियों ने तत्काल पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी। और यदि दी तो पुलिस ने कार्यवाई क्यों नहीं की।

  5. प्रशासन ड्रोन से निगरानी करा रहा है, इसकी फुटेज समय और स्थान अनुसार निकल सकती है। पीड़ित कर्मी और आरोपी की पहचान हो सकती है। इसे सार्वजनिक किया जाए।

  6. नगर निगम कार्यालय के पास जाकर भी गलत नारे लगाने और नोट पर थूक कर फेंकने के आरोप हैं। निगम के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज सार्वजनिक की जाए।

  7. हिंदपीढ़ी सील कर दिया गया है। प्रशासन द्वारा लोगों के राशन और दवा आदि के लिए इलाके के 24 कार्यकर्ताओं को बाहर निकलने की अनुमति दी है। 9 अप्रेल गुरुवार को ऐसे लोगों को भी पुलिस ने बाहर नहीं निकलने दिया तो हिंदपीढ़ी के दो युवक कैसे निगम तक बाइक से चले गए।

  8. जिस कर्मचारी के सूचना के आधार पर निगम के अधिकारी ने अखबारों को बयान दी..उस कर्मचारी को स्थल पर ले जाकर सच्चाई की पड़ताल की जाये। जो भी दोषी निकले, उस पर क़ानूनसंगत कार्रवाई होनी चाहिए।

  9. हिंदपीढ़ी एक बड़ी घनी आबादी वाला क्षेत्र है.सफाई कर्मचारी किसी एक गली-नुक्कड़ की शिकायत किया हो। लेकिन खबर से ऐसा प्रतीत हो रहा मानो पूरे इलाके के लोग ऐसी घटिया काम में सक्रिय है..पूरे इलाके को बदनाम करने के लिए अखबारों को माफी मांगनी चाहिए..

उक्त सारे सवालों के जवाब देने का आग्रह है। यदि ऐसा नहीं हुआ तो हम सभी ऐसे कर्मचारियों को तत्काल सस्पेंड करने और उनके खिलाफ सख्त कार्यवाई कर सज़ा देने की मांग करते हैं। साथ ही हम उन अखबारों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग करते हैं जिन्होंने गैर जिम्मेदाराना तरीके से उक्त खबरों को प्रकाशित किया.

निवेदक

समस्त हिंदपीढ़ी निवासी