झारखंड के नाम पर
खुल गया
एक बाजार नया
बिक रहा है जहां
झारखंड के नाम पर
झारखंड का लेवल लगा
ताजा, सड़ा—गला, पुराना
हर प्रकार का माल
तुमने कभी ‘जय झारखंड’ कहा या नहीं
कभी झारखंडी जुलूस में शरीक हुए या नहीं
क्या फर्क पड़ता है?
झारखंड गठन के बाद तुम हो ही झारखंडी
बस लगा लेना है झारखंड कालेवल
औरउतार देना है बाजार में
बिरसा के नाम पर नया उत्पाद
या खोलनी है एक दुकान
क्योंकि
यह पूरा इलाका
नई जरूरत का बन गया है बाजार..
जहां बिक सकता है अब
झारखंड के नाम पर कुछ भी
बस लगाना है उसमें झारखंड का लेवल
या लेना है बिरसा का नाम
झारखंड बनने के यही तो फायदे
कि—
झारखंड के हर शहर में खुल गये हैं
आय के नये स्रोत
किंतु, इसकी खबर नहीं है मेरे गांव को.