26 मार्च 2023 को अल्बर्ट एक्का चैक पर एपवा, आइसा, आदिवासी संघर्ष मोर्चा, फादर स्टैंड स्वामी न्याय मोर्चा, इंसाफ मंच, एआईपीएफ भाकपा माले सहित कई जन संगठनों और बुद्धिजीवियों ने लोकतंत्र पर बढ़ते हमले और राहुल गांधी की सदस्यता खत्म किए जाने के खिलाफ प्रतिरोध मार्च किया. जिसका संचालन नदीम खान जी ने और अध्यक्षता जगन्नाथ उरांव ने किया. झारखंड के जाने-माने लेखक सामाजिक कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी विनोद जी ने अपना वक्तव्य रखते हुए कहा कि यह मामला सिर्फ राहुल गांधी जी की सदस्यता खत्म करने का नहीं है, यह मामला है लोकतंत्र में लोगों की अभिव्यक्ति पर रोक लगाने का. भाजपा के खिलाफ, तानाशाही सरकार के खिलाफ अब कोई कुछ बोलेगा तो सरकार उसे या तो जेल में डाल देगी या फिर उसकी पहचान को खत्म करने की कोशिश करेगी. तो हम सभी को मिल कर इस लोकतंत्र को बचाने के लिए एकजुट होकर कर अब आगे आना होगा और भाजपा जैसे सांप्रदायिक और अलोकतांत्रिक ताकतों को इस देश में खत्म करने के लिए जुट जाना होगा.

फादर स्टेन स्वामी न्याय मोर्चा की तरफ फादर टॉम ने कहा कि इस लोकतंत्र को बनाने में भारत के कई शहीदों ने अपनी जान दी है और लोगों ने अपनी आहुति देकर इस को बचा कर रखा है. इतनी आसानी से तानाशाही सरकार और पूंजीपतियों के हाथ में हम इस लोकतंत्र को बिकने या खत्म होने नहीं दे सकते हैं. इसीलिए आज हम सभी अल्बर्ट एक्का चैक पर जमा हुए हैं और हम किसी भी कीमत पर लोकतंत्र को खत्म नहीं होने देंगे, चाहे इसके लिए हमें इससे भी बड़ी लड़ाई में क्यों न जाना पड़े.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माले शहर सचिव नंदिता भट्टाचार्य ने कहा कि भारत में तानाशाही सरकार ने मीडिया को गोदी मीडिया बना दिया. न्यायालय द्वारा भी अपने फैसले थोप कर फैसले दिलाने लगे, जिसेे आप बिलकिस बानो और राहुल गांधी के केस में देख सकते हैं और अब वह संसद पर भी हमला करने लगी है, क्योंकि संसद पर अधिकार जन प्रतिनिधियों का हैं जिन्हें जनता ने चुनकर भेजा है. अब सरकार जानता के इस अधिकार पर चोट कर रही है. अब लोकतंत्र के खात्मे की और बढ़ती इस तानाशाह सरकार को सत्ता से हटाना जरूरी हो गया है.

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से इंसाफ की तरफ से नदीम खान, आदिवासी संघर्ष मोर्चा की तरफ से जगन्नाथ उरांव, राज कपूर, बुद्धू, शिवकुमार उरांव, इलियास हेमब्रम, अलमा खलखो शामिल हुए. अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन की नेत्री एती तिर्की, सिंघी खलखो, गीता तिर्की, सुषमा गाड़ी भी मौजूद थीं. फादर स्टेन स्वामी न्याय मोर्चा की तरफ से फादर टॉम, प्रियंका सोरेन, टीना सोरेन, झारखण्ड आन्दोलनकारी नेता पुष्कर महतो, आइसा के राज्य अध्यक्ष तरुण राज सिंह, भाकपा माले से सुरेंद्र राणा, भीम साहु, राजेंद्र पंडित, सहित दर्जनों लोग शामिल हुए.

उपरोक्त जानकारी नंदिता भट्टाचार्य, शहर सचिव भाकपा माले द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी गयी है.