भगत सिंह कम्युनिस्ट नहीं थे. भगतसिंह की पूरी फैमली कांग्रेसी थी. वे अपने चाचा के प्रभाव से क्रांतिकारी बने. रूस के बोल्सेविक क्रांति से वे प्रभावित थे, लेकिन कम्युनिस्ट पार्टी, जिसने 1925 तक भारत में एक पार्टी का रूप ग्रहण कर लिया था और लाहौर जिसके क्रिया-कलाप का बड़ा केंद्र था, से भगत सिंह दूर ही रहे.