युद्ध के व्यापारी शन्ति के दुश्मनों ने लागये फरिश्तों की लाशों के ढेर. मुल्के शाम में मौत रासानिक हथियार से कभी आसमान से बरसाई जा रही है. अफगानिस्तान आज भी सुलग रहा है. बच्चों, बुज़ुर्गों, औरतों की लाशों के ढेर है. मरने वाले मासूम फरिश्तों को नही मालूम कौन किस को क्यो मार रहा है? इराक, कुवैत, ईरान लीबिया में ख़ुदा ख़ुदा कर के हालत सँभले हैं. इज़राइली सेनाएं जब चाहती हैं, फलस्तीन में फसाद मचा देती हैं. पाकिस्तान में बम धमाकों की आवाज़ें अब आम है.

अब बात अपने घर की कश्मीर की. घाटी में कभी भी कोहराम मच जाता है. नक्सलिय मौत का जाल जब चाहते है बिछाते हैं. असम में उल्फा आफत मचा देता है, यानी इस वक़्त अगर सीरिया ( शाम) में फरिश्तों की लाशों के ढेर हैं, तो आप को फिक्र करने की ज़रूरत नहीं, बल्कि आप की नींद उड़ जानी चाहिए. क्योंकि जो वहां हो रहा है, वो कल आप के शहर में भी आप के घर मे भी किसी भी पल में हो सकता है. शान्ति कायम करने के नाम पर हथियारों के व्यापारियों ने एक ऐसी मंडी का निर्माण किया है, जिनका मकसद शांति के नाम पर लाशों की खरीद-फरोख्त करना है. अमेरिका,चाइना,रशिया,कोरिया,और जापान जैसे दूसरे मुल्क, यह दुनिया को कहां ले जाना चाहते हैं? हर घर में कब्रस्तान बनाना चाहते हैं या फिर शांति के नाम पर इस दुनिया को स्वाहा करना चाहते हैं.

कैमिकल हथियारों का इस्तेमाल आज सीरिया में हो रहा है. क्या यह हमारे घर में कभी नहीं हो सकता? अगर हम ये सोचते हैं तो यह हमारी नादानी हैं. जिस तरह से इंसान ने तरक्की की दुनिया को एक मुट्ठी में बंद कर लिया, उसी तरीके से हथियारों की टेक्नोलॉजी ने इंसानी जिंदगी को खतरे में डाल दिया है.

हथियार जान बचाने के लिए या जान लेने के लिए? दुनिया के मुल्कों को इस बात पर गौर करना होगा की हम हथियारों की होड़ क्यों कर रहे हैं ? जान बचाने के लिए यह जान लेने के लिए? जब तक बड़े हथियारों पर पाबंदी नहीं होगी तब तक इंसानी जान की हिफाजत की बात करना बेमानी साबित होगा. इसलिए तमाम मुल्कों की आवाम को चाहिए कि वह अपने-अपने जगहों पर हथियारों के जखीरे को खत्म करने की मांग को उठाये.

सीरिया की मदद आप भी कर सकते हैं. मौजूदा दौर में सीरिया में वाइट हेलमेट संस्था एवं खालसा ग्रुप अपनी सेवाओं को अंजाम दे रहा है. आप इनकी अधिकृत विश्वसनीय वेबसाइट पर जाकर जानकारी लेकर दान कर सीधा सीरिया के मासूम फरिश्तों की मदद कर सकते हैं. यही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी एक इंसान होने के नाते.