कांग्रेस नेता कमलनाथ ने मध्यप्रदेश की दलित बीजेपी नेत्री और कैबिनेट मंत्री रह चुकी इमरती देवी को ‘आईटम’ कहा. इस तरह एक महिला के लिए गलत शब्द का प्रयोग कर उन्होंने महिलाओं के प्रति अपनी घटिया दृष्टि को ही प्रकट किया है. इसलिए हम इसका विरोध करते हैं.

‘आईटम’ शब्द अंग्रेजी भाषा का शब्द है. अंग्रेजी शब्दकोष में इसका अर्थ ‘थिंग’ कहा गया है. यानि किसी भी वस्तु को ‘थिंग’ या ‘आईटम’ कहा गया है. इस तरह किसी स्त्री को वस्तु की तरह पेश करना पुरुष प्रधान समाज की हमेशा से ही फितरत रही है. आईटम शब्द का गलत अर्थ में प्रयोग करने का सिलसिला हिंदी मसाला फिल्मों से शुरु हुआ है. किसी भी बीग्रेड सिनेमा की ओर लोगों को आकर्षित करने के लिए निर्देशक किसी भड़काउ निरर्रथक गाने को किसी उत्तेजक गीत के साथ सिनेमा में डाल देता है. यह गाना आईटम सांग बन जाता है और उस गाने पर नाचने वाली लड़की आईटम गर्ल. इस तरह इस शब्द का गलत अर्थ लगाया गया और गलत तरीके से प्रयोग हुआ. इस अपशब्द का प्रयोग औरत को अपमानित करने के लिए होने लगा.

अब चूंकि कांग्रेस के नेता ने बीजेपी की महिला के लिए आईटम शब्द का प्रयोग किया, तो बीजेपी का विरोध करना अनिवार्य था. बीजेपी के पुरुष इससे कितने मर्माहत हुए इस पर विचार करना निर्रथक है, क्योंकि वे भी कई बार दूसरे विरोधी दल के महिलाओं को इस तरह का अपमानजनक बातें कह चुके हंै. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने तो पहले प्रेस के सामने महिला के इस अपमान के लिए दुख प्रगट किया और बाद में अपने कुछ साथियों के साथ चैबीस घंटों के लिए मौन धारण कर धरने पर बैठ गये. हाथरस बलात्कार कांड में यूपी सरकार तथा पुलिस के रवैये से बीजेपी की जो आलोचना हो रही थी, उससे लोगों का ध्यान हटाने तथा कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करने के इस मौके को बीजेपी कैसे छोड़ सकती थी. इसलिए उसने लपक कर इस अवसर को अपने हाथ में लिया और महिलाओं के लिए अपनी नकली सहानुभूति ही सही दिखाया. इसके अलावा मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में वे कांग्रेस की जम कर इस बहाने आलोचना की.

देश की आधी आबादी इस तरह हर समय अवमानना का शिकार होती है. यह महिलाओं की गलती के कारण नहीं, बल्कि पुरुष की मानसिकता या तुच्छ प्रवृत्ति के कारण होता है. हाल ही में कमलनाथ को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से हटा कर बीजेपी ने अपनी सरकार बनायी. इमरती देवी भी कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुई और सरकार बनाने में मदद की. इसी खुन्नस के मारे कमलनाथ ने उनको आईटम कहा होगा. पुरुष की यही मानसिकता लड़कियों के साथ होने वाले बलात्कार और बलात्कारियों के पुलिस संरक्षण में भी होता है. आजादी के 70 साल बाद भी संसद में महिलाओं को 33 प्रतिशत का आरक्षण नहीं मिला. महिला आरक्षण बिल संसद में आते ही सभी दल के पुरुष एक हो जाते हैं और यह बिल टल जाता है. इसलिए कहा जा सकता है कि पुरुष मानसिकता बदलने वाली नहीं है. उनके अनर्गल बातों से अपमानित होने के बजाय महिलाएं उन पर ध्यान नही दें. अपना रास्ता खुद