इस कोरोना महामारी के समय हर कोई अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग है। सेनेटाइजर हो या मास्क सभी इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ लोग गर्म पानी का सेवन कर रहे हैं. गर्म पानी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है, लेकिन गर्म पानी पीने के उपरांत कोरोना वायरस पूरी तरह से नष्ट नही हो पाता है। क्योकि, कोरोना वायरस आपके नाक के ‘परानासल साइनस’ के पीछे 3 से 4 दिन तक छिपा रहता है। 4 से 5 दिन के बाद यह वायरस आपके फेफड़ो में पहुँच जाता है जिससे मरीज को सांस लेने में परेशानी होती, जिसके कारण फेफड़ो में ऑक्सीजन का लेबल घट जाता है और मरीज की मृत्यु हो जाती है।

नाक बंद होने या नाक बहने पर गर्म पानी का सेवन करने की जगह गर्म पानी का भाप तुरन्त लें। गर्म पानी का भाप सीधा आपके ‘परानासल साइनस’ के पीछे पहुँचता है। आपको कोरोना के वायरस को भाप से मारना है। 50 डिग्री पर वायरस निष्क्रिय और लकवाग्रस्त हो जाता है। 60 डिग्री पर वायरस इतना कमजोर हो जाता है की आपके शरीर के अंदर प्रतिरक्षा सिस्टम बड़े आसानी से वायरस के खिलाफ लड़ सकता है। 70 डिग्री पर यह वायरस पूरी तरह से नष्ट हो जाता है।

भाप चिकित्सा द्वारा कोरोना वायरस को खत्म करने में बेहद उपयोगी है। स्टीम थेरेपी की उपयोगिता सभी स्वास्थ्य विभाग अच्छी तरह से जानते हैं, लेकिन एक बेहद कड़वी सच्चाई यह है कि इस बड़े आपदा को अपने लिए लाभ का अवसर कैसे बनाये? इसी में सब लगे हुए हैं। बड़े बड़े डॉक्टर, स्वास्थ्य मंत्रालय, राष्ट्रीय विपदा ऑथोरिटी इस महत्वपूर्ण जानकारी को सार्वजनिक करने का काम नही कर रहे हैं।

चीन ने अपने इसी प्राचीन चिकित्सा पद्धति द्वारा इस महामारी को पूरे चीन में फैलने से रोक लिया। आज विश्व के कई देश एवं भारत के सभी स्वास्थ्य विभाग एवं सरकारी तंत्र इस महामारी को रोकने में विफल हो गए। भारत में इस महामारी के कारण लाखो लोग मौत के शिकार हो गए। प्राइवेट अस्पतालों की तो चांदी हो गई। सेनेटाइजर, रेमडीसेवेर जैसे इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है। सरकार पिछले वर्ष 2020 से 2021 के बीच कई बार लॉकडाउन लगाकर इस रोग को फैलने से रोकने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन इस बंदी के कारण देश की जनता आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। भारत की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। इस महामारी काल मे लोग घरों में कैद है। स्टीम थेरेपी में कोई खर्च नही है। आपको दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बाजार जाना होता है. ऑफिस जाना होता है। जो बिजनस करते हैं, उन्हें अपने क्लाइंट से मिलने जाना होता है। ऐसी स्थिति में आप किराने का सामान, सब्जी आदि खरीदने बाजार जाते हैं तो स्टीम थेरेपी दिन में 2 बार लें। अगर आप ऑफिस जाते हैं, लोगो से मिलते हैं तो दिन में 3 बार स्टीम लें।

डॉक्टरों के अनुसार कोविड-19 को भाप चिकित्सा द्वारा नाक और मुँह के अंदर खत्म किया जा सकता है। लोगो से यही निवेदन है की एक सप्ताह के लिए ‘स्टीम ड्राइव’ अभियान शुरू किया जाए। ऐसा करने पर भारत से इस महामारी को जल्द खत्म किया जा सकता है। एक सप्ताह के लिए पूरे परिवार सहित सुबह और शाम को 5 मिनिट के लिए भांप ले। अगर हम इसका अभ्यास रोज करें तो कोविड-19 जैसे वायरस को जड़ से समाप्त कर सकेंगे। इस अभ्यास को करने पर कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है और ना ही ज्यादा खर्चा होगा।

थाली और ताली बजाने से और गो कोरोना गो बोलने से कोरोना समाप्त नही होगा. इससे बेहतर है कि आप रोज भाप चिकित्सा द्वारा कोविड- 19 का खात्मा करंे। यह जंग आपकी और आपके पूरे परिवार की सुरक्षा के लिए है तो इससे लड़ना भी आपको ही है। भरमाने और डराने वाले बातों से दूर रहे। हाँ, यह सत्य है की देश मे संक्रमण फैला है, लेकिन हमारे पास उस संक्रमण से बचने का एक मार्ग अभी खुला हुआ है। भाप चिकित्सा करंे। अगर बुखार है तो बाजार में बुखार के लिए कई दवाइयां है। दवा भी ले और भाप चिकित्सा भी करे। हमे यकीन है की हम यह लड़ाई जरूर जीतेंगे। भारत कोरोना मुक्त होगा हमे विश्वास है।

और अंत में, वाष्प चिकित्सा हमारा विश्वास है. इससे नुकसान तो नहीं ही है और आपके पास यह विकल्प हमेशा खुला है कि आप सरकारी या निजी अस्पताल में अपना इलाज करवायें.